कैसे बने श्रीगणेश एकदंत

कैसे बने श्रीगणेश एकदंत
ये तो हम सभी जानते हैं कि श्रीगणेश एकदन्त हैं, अर्थात उनका एक दांत टूटा हुआ है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आखिर क्यों श्रीगणेश का एक दांत टूट गया? इस विषय में हमें पुराणों में कई वर्णन मिलता है। इनमें से कुछ कथाएं सुनी हुई हैं किन्तु कुछ ऐसी भी है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।

महर्षि भरद्वाज द्वारा भरत और उनकी सेना का दिव्य सत्कार

महर्षि भरद्वाज द्वारा भरत और उनकी सेना का दिव्य सत्कार
वाल्मीकि रामायण के अयोध्या कांड के ९१वें सर्ग में एक प्रसंग आता है जब भरत अपनी सेना सहित श्रीराम को वापस बुलाने वन को निकलते हैं तो उनकी भेंट महर्षि भरद्वाज से होती है। तब भरत एक रात्रि के लिए अपनी सेना सहित महर्षि के आश्रम में ही रुकते हैं। उस समय भरद्वाज मुनि द्वारा उनके और उनकी सेना के दिव्य सत्कार का वर्णन है जो अद्भुत है। ये इस बात का उदाहरण है कि तप की शक्ति कितनी प्रबल हो सकती है।

रावण कितना शक्तिशाली था?

रावण कितना शक्तिशाली था?
रामायण के अरण्य कांड के ३३वें सर्ग में हमें शूर्पणखा और रावण के साक्षात्कार का वर्णन आता है और इसी सर्ग में महर्षि वाल्मीकि ने संक्षेप में रावण के बल के विषय में बताया है। जब श्रीराम ने जनस्थान में खर और दूषण का वध कर दिया तब शूर्पणखा रावण से मिलने लंकापुरी में गयी। यहीं पर रावण के व्यक्तित्व और बल का वर्णन है:

क्या श्रीराम मांसाहारी थे?

क्या श्रीराम मांसाहारी थे?
पिछले कई वर्षों से विधर्मियों और वामपंथियों द्वारा रामायण और श्रीराम की छवि धूमिल करने का अनेकों बार प्रयास किया गया है। अभी हाल के ही समय में एक अलग ही विषय पर ये लोग फिर से कुतर्क दे रहे हैं। वो विषय है श्रीराम द्वारा मांसाहार का। कई लोगों ने वाल्मीकि रामायण के कुछ श्लोकों का भी उद्धरण दिया है और ये सिद्ध करने का प्रयास किया है कि श्रीराम मांसाहारी थे। ऐसा ही कुछ एक तमिल फिल्म "अन्नपूर्णी" में भी सिद्ध करने का प्रयास किया गया।

श्रीराम के अनुसार श्रेष्ठ राजा कैसा होना चाहिए

श्रीराम के अनुसार श्रेष्ठ राजा कैसा होना चाहिए
श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि उनसे महान राजा आज तक और कोई नहीं हुआ। राजनीति के सभी मर्मों का ज्ञान श्रीराम को था। रामायण में एक ऐसा प्रसंग आता है जब श्रीराम, एक श्रेष्ठ राजा कैसा हो, इसके बारे में बताते हैं। रामायण के अयोध्या कांड के १००वें सर्ग में श्रीराम और भरत का संवाद है जिसमें श्रीराम उन्हें राजनीति की शिक्षा देते हैं।

क्या भगवान शंकर वास्तव में नशा करते हैं?

क्या भगवान शंकर वास्तव में नशा करते हैं?
वैसे तो हिन्दू धर्म में असंख्य मिथ्या धारणाएं प्रचलित हैं किन्तु जो मिथ्या बात सबसे अधिक प्रचलित है वो है भगवान शंकर द्वारा भांग और नशे का सेवन करना। आज भी आपको इंटरनेट पर ऐसे अनेकों चित्र मिल जाएंगे जिसमें भोलेनाथ को भांग या गांजे का सेवन करता हुआ दिखाया गया है। जो स्वयं को शिव भक्त कहते हैं उन्हें इसपर को आपत्ति नहीं होती किन्तु सत्य यह है कि महादेव को इस रूप में दिखा कर आप उनका घोर अपमान करते हैं।