पृथ्वी से सप्तर्षियों की दूरी

पुराणों में सात महान ऋषियों के बारे में वर्णित है जिन्हें सप्तर्षि कहा जाता है। ध्यान देने वाली बात है कि हर मनवन्तर में सप्तर्षि अलग अलग होते हैं। अभी सातवां मनवन्तर चल रहा है जिसमे वैवस्वत मनु का शासन है। किन्तु पहले मनवन्तर जिसके शासक स्वयंभू मनु हैं, के सप्तर्षियों का महत्त्व सबसे अधिक है।

कहा जाता है कि सातों ऋषि अपने अपने ग्रह पर निवास करते हैं जो पृथ्वी से बहुत दूर हैं। आज हम आपको बताएँगे कि सप्तर्षियों में कौन से ऋषि पृथ्वी से कितनी दूरी पर निवास करते हैं। आश्चर्य की बात ये है कि आधुनिक युग में नासा एवं इसरो जैसे संस्थानों ने भी इनकी दूरी लगभग इतनी ही बताई है।
  • महर्षि अत्रि: ५४८०००००००००००० (548 x 10^12) किलोमीटर या ५७.९ (57.9) प्रकाशवर्ष दूर
  • महर्षि वशिष्ठ: ७३७०००००००००००० (737 x 10^12) किलोमीटर या ७७.९ (77.9) प्रकाशवर्ष दूर 
  • महर्षि पुलह: ७४७०००००००००००० (747 x 10^12) किलोमीटर या ७९ (79) प्रकाशवर्ष दूर 
  • महर्षि अंगिरस: ७६६०००००००००००० (766 x 10^12) किलोमीटर या ८१ (81) प्रकाशवर्ष दूर
  • महर्षि पुलत्स्य: ७९४०००००००००००० (794 x 10^12) किलोमीटर या ८३.९ (83.9) प्रकाशवर्ष दूर 
  • महर्षि मारीचि: ९५५०००००००००००० (955 x 10^12) किलोमीटर या १००.९ (100.9) प्रकाशवर्ष दूर 
  • महर्षि क्रतु: ११७००००००००००००० (1170 x 10^12) किलोमीटर या १२३.७ (123.7) प्रकाशवर्ष दूर

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